हमारे देश के 90 प्रतिशत लोग आधार को सुरक्षित मानते हैं। हालांकि, लोगों का मानना है कि आधार को अपडेट कराना सबसे मुश्किल काम है। सामाजिक मसलों पर परामर्श देने वाले गैर-सरकारी संगठन डालबर्ग की सर्वे रिपोर्ट 'रिपोर्ट ऑफ आधार-2019' में यह बात कही गई है। रिर्पोट के अनुसार देश में रहने वाले 10 करोड़ से ज्यादा लोगों पर आधार नहीं होने का अनुमान है। डालबर्ग ने यह सर्वेक्षण निवेश फर्म ओमिदयार नेटवर्क इंडिया के साथ मिलकर किया है।
95 प्रतिशत व्यस्कों के पास है आधार
92 प्रतिशत लोग आधार से संतुष्ट
- रिपोर्ट के सह-लेखक गौरव गुप्ता ने सर्वेक्षण के नतीजों के बारे में बताते हुए सर्वेक्षण में शामिल 92 प्रतिशत लोग आधार से संतुष्ट हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि देश में 95 प्रतिशत व्यस्कों तथा 75 प्रतिशत बच्चों के पास आधार है।
- गुप्ता ने कहा कि भारत में कुल 10.2 करोड़ लोगों के पास आधार नहीं होने का अनुमान है जिनमें करीब 2.8 करोड़ व्यस्क हैं। असम में 90 प्रतिशत और मेघालय में 61 प्रतिशत लोगों के पास आधार नहीं है।
- देश के 30 प्रतिशत ट्रांसजेंडर तथा 27 प्रतिशत आवासहीन लोगों के पास भी आधार नहीं है।करीब 8 प्रतिशत लोग ऐसे भी हैं, जिनके लिए आधार उनका पहला पहचान पत्र रहा है।
आधार को अपड़ेट कराना सबसे मुश्किल काम
रिपोर्ट के अनुसार लोगों ने आधार को अपडेट कराना सबसे मुश्किल काम बताया है। आधार को अपडेट करने की कोशिश कराने वाले प्रत्येक पांच लोगों में एक को निराशा मिली है। आधार में दर्ज जानकारियों के बारे में महज 4 प्रतिशत ही लोग हैं , जिन्होंने इसमें त्रुटि की बात स्वीकार की है।
सुविधाएं लेना हुआ आसान
सर्वेक्षण में शामिल करीब 80 प्रतिशत लोगों का मानना है कि आधार कार्ड बनने से सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाएं या योजनाओं का लाभ लेना आसान हुआ है। इसके अलावा 40 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इससे मोबाइल सिम कार्ड लेना आसान हुआ है।
कंपनियां और बैंक भी आधार ज्यादा पसंद
सर्वेक्षण के अनुसार आधार नहीं होने की वजह से 6 से 14 साल की उम्र के करीब 0.5 प्रतिशत बच्चों को स्कूल में एडमिशन नहीं मिला है। पहचान के तौर पर आधार को हर जगह स्वीकार किए जाने को 72 प्रतिशत लोगों ने सुविधाजनक माना है। जबकि इनमें से करीब आधे लोगों ने बहुत सारी सेवाओं के साथ इसे जोड़ने पर चिंता भी व्यक्त की।
वर्चुअल और एमआधार सुविधाओं में लोगों की रुचि नहीं
77 प्रतिशत लोगों ने आधार के साथ मिलने वाले फीचर जैसे कि एमआधार, क्यूआर कोड, वर्चुअल आधार और मास्क्ड आधार का उपयोग एक भी बार नहीं किया है।